राजस्थान में सरकार की मुफ्त दवा योजना (free medicine scheme) के तहत दिए जाने वाली एक खांसी की सिरप, जिसमें सक्रिय संघटक Dextromethorphan HBr IP 13.5 mg/5 ml है, को लेने के बाद बच्चों और कुछ अन्य लोगों में गंभीर लक्षण दिखने की खबरें आईं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, राजस्थान के भरतपुर जिल्ले में एक 2 वर्ष के बच्चे को यह
सिरप दी गई और उसकी हालत बिगड़ी, बाद में वह अस्पताल ले जाया गया।
उसी सिरप को डॉक्टर ताराचंद योगी ने भी सार्वजनिक रूप से अपनी विश्वसनीयता दिखाने के लिए पी लिया ताकि यह साबित किया जा सके कि दवा सुरक्षित है। लेकिन उनके बाद उनकी हालत भी बिगड़ी और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा।
दो एंबुलेंस कर्मियों ने भी जानकारी के अनुसार वही सिरप पी थी और उन्हें भी अस्पताल ले जाना पड़ा।
मीडिया रिपोर्ट्स कहती हैं कि राजस्थान सरकार ने 22 बैचों (batches) को इस सिरप के लिए बैन कर दिया है और उनकी आपूर्ति फ्री मेडिसिन कार्यक्रम में रोक दी है।

