Jharkhand News : दुमका जिले के मसलिया थाना क्षेत्र के बसमत्ता गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 47 वर्षीय राखीशल बेसरा ने अपनी पत्नी बितनी हांसदा (35) की कुल्हाड़ी से वार कर बेरहमी से हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त गांव में काली पूजा का मेला लगा हुआ था और पति ने पत्नी से मेला चलने की जिद की थी। लेकिन जब पत्नी ने शराब के नशे में जाने से साफ इनकार कर दिया, तो पति आपा खो बैठा। बात इतनी बढ़ गई कि राखीशल ने कुल्हाड़ी उठाई और पत्नी पर ताबड़तोड़ वार करने लगा। मौके पर ही बितनी की मौत हो गई, जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी राखीशल बेसरा कोई पहली बार ऐसा अपराध नहीं कर रहा है। लगभग नौ वर्ष पहले उसने अपनी पहली पत्नी की भी हत्या कर दी थी, जिसके बाद उसे सजा हुई थी और वह दुमका के केंद्रीय कारागार में बंद था। कुछ ही दिन पहले वह जेल से बाहर आया था और अब फिर से उसने वही खौफनाक वारदात दोहरा दी। गांव के लोगों के मुताबिक, राखीशल का स्वभाव बेहद आक्रामक था और वह शराब के नशे में अक्सर झगड़ा करता था। गांव वालों ने बताया कि उसकी पत्नी बितनी हांसदा लंबे समय से उसके बर्ताव से परेशान थी।
घटना की जानकारी मिलते ही मसलिया थाना प्रभारी राजीव रंजन अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि आरोपी पति ने मेला नहीं जाने पर पत्नी की हत्या की है। हत्या के बाद वह गांव में ही एक झाड़ी के पास छिप गया था, जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी से लगातार पूछताछ जारी है ताकि घटना के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
इस घटना ने एक बार फिर समाज में नशे और घरेलू हिंसा के बढ़ते दुष्परिणामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते आरोपी के आक्रामक व्यवहार पर कार्रवाई की जाती तो शायद यह दूसरी जान बचाई जा सकती थी। पुलिस प्रशासन अब यह पता लगाने में जुटा है कि आरोपी ने जेल से छूटने के बाद अपनी मानसिक स्थिति पर कोई इलाज कराया था या नहीं। वहीं, मृतका के परिवार में मातम पसरा है और गांव के लोग भी अब तक इस घटना से उबर नहीं पाए हैं।
